अंतरताने जहाँ हिंदी के रचनाकारों की रचनाएँ छपती है
रचनाकारों के लिए अपनी रचनाएँ प्रकाशित करवाने के लिए उपलब्ध वेबसाइट
#डॉ अर्पण जैन ‘अविचल’
वेबदुनिया.कॉम:
23 सितंबर 1999 को वेबदुनिया का शुभारंभ हुआ, लेकिन इसकी तैयारियां काफी पहले से ही शुरू हो गई थीं। अंग्रेजी के बिना जहां इंटरनेट की कल्पना नहीं की जा सकती थी, वहीं ताजा खबरें, धर्म, ज्योतिष और सभी पठनीय,रोचक लेख और ज्ञानवर्धक सामग्री वेबदुनिया डॉट कॉम ने अपने पाठकों के लिए उपलब्ध करवाई।
Email: editorial@webdunia.net | Web: www.webdunia.com
कविताकोश
कविता कोश भारतीय काव्य को एक जगह संकलित करने के उद्देश्य से आरम्भ की गई एक अव्यावसायिक, सामाजिक व स्वयंसेवी परियोजना है, जिसमें हिन्दी उर्दू, भोजपुरी, अवधी, राजस्थानी आदी भाषाएं है। कविता कोश में इस समय कुल 1,25,114 पन्नें उपलब्ध हैं। रचनाओं के वर्गीकरण का यह कार्य श्रम-साध्य है और कोश में लगातार चलता रहता है। कविता कोश इंटरनेट पर भारतीय काव्य का सबसे विशाल और सुव्यवस्थित संग्रह है।
Email: kavitakosh@gmail.com | Web: www.kavitakosh.org
मातृभाषा.कॉम:
मातृभाषा.कॉम हिन्दी वेबसाइट है जिसका मक़सद हिन्दी के नवोदित और स्थापित रचनाकार जो भाषा सारथी है उनकी रचनाओं को सहेज कर लोगों तक आन लाइन उपलब्ध कराना है जो इससे गहरा लगाव रखते है और इसका आनन्द लेना चाहते हैं| वेबसाइट पर इस समय लगभग १२०० से ज़्यादा रचनाकारों की रचनाएँ उपलब्ध हैं जिनमें बढ़ोतरी जारी है। इस वेबसाइट का सबसे विशिष्ट पहलू ये है कि इसमें यह अंकरूपण के साथ-साथ हिन्दी भाषा के विस्तार हेतु भी प्रयासरत है| मातृभाषा.कॉम’ वेबसाइट को अधिक से अधिक फैलाने के लिए, अब नई टेक्नालोजी का इस्तेमाल करके डेस्कटॉप और लैपटॉप कंप्यूटर के साथ साथ टैबलेट और मोबाइल फ़ोन पर भी उपलब्ध कराया जा रहा है।
Email: matrubhashaa@gmail.com | Web: www.matrubhashaa.com
प्रतिलिपि:
प्रतिलिपि मन से जुडी बातें अपनी भाषा में लोगों तक पहुँचाने का एक माध्यम है। प्रतिलिपि पर जहाँ एक और लाखों पाठक अपनी मनपसंद कहानियाँ पढ़ने का आनंद ले रहे हैं वहीँ दूसरी और ७,००० से अधिक रचनाकार अपनी – कहानियाँ,कविताएँ और अपने आसपास घटित बदलावों से जुड़े विचारों को लिखकर पाठकों तक पहुँचा रहे हैं। इतना ही नहीं प्रतिलिपि के मंच पर कई पाठक अपने मनपसंद लेखकों से सीधा संपर्क बनाकर उनके साथ विचारों का आदान प्रदान भी कर रहे हैं।
“भाषा किसी भी विषय – आधारित जानकारी और पठन में बाधक न हो”– हम इस सिद्धांत पर विश्वास करते हैं और प्रतिलिपि इसी आदर्श को पूरा करने का मंच है। जो आपको पढने के लिए बेहतरीन सामग्री बिना किसी भाषाई बंधन के आपकी भाषा में उपलब्ध कराता है।
Email: hindi@pratilipi.com | Web: www.pratilipi.com
रचनाकार.कॉम
रचनाकार.कॉम एक ऐसा अंतरताना है जिस पर प्रकाशनार्थ हर विधा की रचनाओं का स्वागत किया जाता है, जिस पर 1.5 लाख गूगल अनुसरणकर्ता, 1500 से अधिक सदस्य और 2,500 से अधिक नियमित ग्राहक होने के साथ-साथ १०००० से अधिक हर विधा की साहित्यिक रचनाएँ प्रकाशित की जा चुकी है।
Email: rachanakar@gmail.com | Web: http://www.rachanakar.org
प्रवक्ता डॉट कॉम
स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान पत्रकारिता ने जन-जागरण में अहम भूमिका निभाई थी लेकिन आज यह जनसरोकारों की बजाय पूंजी व सत्ता का उपक्रम बनकर रह गई है। मीडिया दिन-प्रतिदिन जनता से दूर हो रहा है। ऐसे में मीडिया की विश्वसनीयता पर सवाल उठना लाजिमी है। आज पूंजीवादी मीडिया के बरक्स वैकल्पिक मीडिया की जरूरत रेखांकित हो रही है, जो दबावों और प्रभावों से मुक्त हो। प्रवक्ता डॉट कॉम इसी दिशा में एक सक्रिय पहल है।
Email: prawakta@gmail.com | Web: https://www.pravakta.com
साहित्य मंजरी:
साहित्य मंजरी एक प्रयास है हिन्दी भाषा के आधुनिक रचनाकारो को एक मंच पर लाने का जिस से की हिन्दी साहित्य के इन नवीन स्तंभों को उपयुक्त नाम और सम्मान दिया जा सके. इसके साथ ही हमारी कोशिश है कि आधुनिक हिन्दी साहित्य की बिखरी हुई अनमोल रचनाओ का संकलन किया जा सके जिस से की आने वाली पीढ़ी इस अनमोल धरोहर से वंचित न रहे।
Email: sahityamanjari2013@gmail.com | Web: http://sahityamanjari.com/
एच4हिन्दी.कॉम:
यह एक प्रगतिशील वेबसाइट (ई-पत्रिका या ब्लॉग) है, हिन्दी साहित्य व अन्य हिन्दी लेखों (जैसे – विज्ञान, संगीत, कला, इतिहास, राजनीति, अर्थशास्त्र आदि से सम्बंधित लेख) को संग्रहीत कर इंटरनेट के माध्यम से हिन्दी को अधिक से अधिक प्रचारित – प्रसारित करने का प्रयास किया जा रहा है। ताकि पाठकों को यथोचित सामग्री उपलब्ध हो, रचनाकार अपने विचारों को अधिक से अधिक पाठकों तक पहुँचा सकें और हिन्दी को इंटरनेट की दुनिया में बेहतर स्थान प्राप्त हो।
Email: hforhindi.com@gmail.com | Web: www.hforhindi.com
लघुकथा.कॉम
लघुकथा.कॉम एक वेब पत्रिका हिन्दी साहित्य की ‘लघुकथा’ विधा पर आधारित है। इस वेब पत्रिका में नौ महत्वपूर्ण स्तम्भ है जो इस प्रकार है- अध्ययन कक्ष, चर्चा में, दस्तावेज, देश, देशान्तर, पुस्तक, भाषान्तर, मेरी पसन्द तथा संचयन । ‘अध्ययन कक्ष‘ के अन्तर्गत समय, समाज और विमर्श की लघुकथाओं को स्थान मिला है। इसी तरह ‘चर्चा में’ के अन्तर्गत नये चर्चित लघुथाओं को रखा गया है। ‘देश‘ स्तम्भ के अन्तर्गत देश के अन्दर के लेखकों की लघुथाएं हैं तथा ‘देशान्तर’ स्तम्भ में विदेशी लेखकों की लघुकथाओं को स्थान मिला है। ‘भाषान्तर’ स्तम्भ में अन्य भारतीय भाषाओं की अनुदित लघुकथाओं को रखा गया है। यह वेब पत्रिका पूर्ण रूप से लघुकथा विधा को समर्पित है। यह वेब पत्रिका सुकेश साहनी एवं रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’ सम्पादकद्वय के द्वारा प्रकाशित होती है।
Email: laghukatha89@gmail.com | Web: http://laghukatha.com
शब्दांकन
शब्दांकन हिन्दी की उन वेब पत्रिकाओं में है जो साहित्य के साथ-साथ राजनीति की उन खबरों को भी महत्त्व देती है जो समाज से जुड़ी हैं और गम्भीर हैं। ऐसी खबरों पर किसी लेखक द्वारा लेख लिखवाकर प्रकाशित किया जाता है। इस पत्रिका के प्रमुख स्तम्भ कहानी, कविता, आलेख, खबर, राजनैतिक, सम्पादकीय आदि है। यह पत्रिका समसामयिक घटनाओं पर पैनी नजर रखती है। समाज में जो घटनाएँ असाधारण घटती हैं उनका मूल्यांकन कर विमर्श रूप में आलेख निकालती है। ‘शब्दांकन‘ हिन्दी वेब पत्रिकाओं में अपना विशिष्ट स्थान बनाए हुए हैं।
Email: bharat@shabdankan.com | Web: http://www.shabdankan.com