फिर आया मजदूरों को बंधक बनाने का मामला, इस बार पत्नी ने लगाई पति और जीजा को छुड़वाने की गुहार

फिर आया मजदूरों को बंधक बनाने का मामला,
इस बार पत्नी जीजा को छुड़वाने की गुहार
सेंधवा से कपिलेश शर्मा –
ग्रामीण क्षेत्र से मजदूरी करने के लिए महाराष्ट्र जाने वाले मजदूरों को बंधक बनाने का एक ओर मामला सामने आया है। इसको लेकर बंधक के पत्नी ने एसडीएम बीएस कलेश को ज्ञापन देकर बंधक बनाए गए उसके पति और जीजा को छुड़वाने की मांग करी है। जिसपर एसडीएम ने पुलिस को जांच करने के लिए टीम को महाराष्ट्र भेजने के निर्देश दिए है।
दिए गए ज्ञापन के अनुसार कोलकी गांव की रहने वाली टिकड़ीबाई पति सियाराम ने बताया वह उसके पति समेत 25 लोग मजदूरी करने के लिए महाराष्ट्र के चंदनगांव तहसील महू जिला सोलापुर गए थे। वहां पर दो माह तक गन्ना कटाई का कार्य कराया गया। 250 रुपए टन के हिसाब से एक हजार टन गन्ना मजदूरों ने कांटा। जिसकी मजदूरी 250000 रुपए हुई थी। जिसमे मजदूरों ने एडवांस पैसा लिया था। उससे कम मजदूरी बनने पर बकाया 2 लाख रुपए खेत मालिक पांडुरंग पिता हनुमंत के खाते में चेक से जमा किए। रुपए लौटाने के बाद भी कोलकी के सियाराम पिता नकला और रायसिंह पिता ज्ञानसिंह को बंधी बनाकर खेत में रखा गया है। रात में भी काम कराया जा रहा है। धारदार हथियार दिखाकर प्रताड़ित कर काम कराया जा रहा है। बाकी के 23 मजदुर भाग कर गांव लौट आए। टिकड़ीबाई ने उसके पति सियाराम और जीजा रायसिंह को छुड़वाने की मांग की है। इसको लेकर एसडीएम बीएस कलेश ने पुरे मामले की जांच करने के लिए वरला पुलिस को निर्देश दिए है। टीम भेजकर जांच कर बंधकर मजदूरों को छुड़वाने की बात कही। टिकड़ीबाई ने एसडीओपी कार्यालय में भी ज्ञापन सौंपा था। इस दौरान कोलकी के अटल बिहारी आर्य, नकला, मोहन, ज्ञानसिंह, तेरसिंह, कलरसिंह, कुमार, कमल आदि मौजूद रहे।